भारतीय बाज़ार एक नई करवट ले रहा है। उसका विस्तार चौंकाने वाला है और समृध्दि चौंधियानेवाली। पिछले दस सालों में भारतीय बाज़ार का विस...
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2016-06-05
कहाँ चीन और कहाँ हम
इस पर बहस की गुंज़ाइश है कि हम आर्थिक विकास के मामले में चीन से स्पर्धा कर पा रहे हैं या नहीं। बरत के मुकाबले चीन का आज की दुनिया में अधि...
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पटरी से उतर गई है हिंदी में बहस
हिंदी में इस समय छोटी पत्रिकाओं की बहार है। हर डाक में एक आती है। वे दिन गए जब वे उग्र, लेकिन कृशकाय होती थीं। अब वे मोटी-ताजी,बढ़िया काग...
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मेरे अपने पूर्वग्रह
सबके पूर्वग्रह होते हैं-संतों और ईश्वर को छोड़कर। या शायद संतों के भी होते हैं, भले आध्यात्मिक। कुछ लोग उन्हें खुले मन से स्वीकार ...
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सो वो भी आदमी
हबीब तरनवीर के देहावसान की ख़बर, यहाँ की बड़ी सुबह, वेनिस में चित्रकार अखिलेश और छोटे भाई उदयन के मोबाइल संदेशों से मिली। इसके पहले भोपाल...
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अ से अस्तु का
आम तौर पर किसी पहले पढ़े उपन्यास को दुबारा पढ़ने में एक उलझन ये होती है कि आपको उसकी कथा या चरित्र या घटनाएं या प्रसंग याद आते रहत...
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