जब चला सरकारी डंडा, तो जोश पड़ा ठंडा


सरकारी दबाव के आगे अब सब न्यूज चैनल मिमियाने लगे है..टीआरपी के लिए कुछ भी करने वाले चैनल अब खबरों पर लौट आए है..हर चैनल पर खबर ज्यादा नजर आने लगी है तबाही, प्रलय, अंधविश्वास, भूत प्रेत अब चैनलों पर कम हो गया है..

और जब सभी चैनल खबरों पर आ गए है तो मुकाबला रोचक हो गया है .. शायद ये ही वजह है कि इस हफ्ते के आंकडों में ज़ी न्यूज़ इस हफ्ते का हीरो बनकर उभरा है.. अरसे बाद ऐसा मौका आया है कि ज़ी न्यूज़ और स्टार के बीच का अंतर महज दो परसेंट तक पहुंच गया है.. ज़ी न्यूज़ हफ्ते में दो दिन तो लगभग नंबर वन रहा .. और प्राइम टाइम के दो बैंड में उसने आजतक, इंडिया टीवी और स्टार न्यूज़ को भी मात दे दी..

वैसे ये देखा गया है कि दिल्ली मार्केट में ज़ी के मुकाबले कई नेशनल चैनल टिकता नहीं है ..दिल्ली की कोई भी खबर आने पर दर्शक जी न्यूज़ की तरफ भागा चला जाता है.. ज़ी न्यूज़ पर अचानक दर्शक इतने ज्यादा क्यों पहुंचे इसकी वजह साफ नहीं है क्योंकि ज़ी पर इन दिनों जो खबरें चली वो ही खबरें आजतक,स्टार या फिर इंडिया टीवी पर चली.. लेकिन दर्शकों ने जी का रुख किया..न सिर्फ दर्शक जी न्यूज तक पहुंचा .. बल्कि उसने जी न्यूज पर पूरा बुलेटिन देखा.. क्योंकि जी के टाइम स्पेंट में जबरदस्त उछाल आया है सभी चैनलों मे जी का टाइम स्पेंड सबसे ज्यादा है..

आजतक क्रिकेट की बदौलत अपनी जगह पर बरकरार है..शनिवार और बुधवार को क्रिकेट मैच की बदौलत आजतक के आंकडो में सबसे आगे रहा..शनिवार को रात नौ बजे के बैंड में तो आजतक अपने नजदीकी चैनल से करीब तीन गुना अंको से आगे है.. हमेशा की तरह ये साबित हुआ कि बडी खबर आने पर दर्शक आजतक पर टूट पडते है..

सबसे ज्यादा सोचने की जरुरत स्टार न्यूज को है क्योंकि ये चैनल न्यूज को लेकर सबसे ज्यादा सजग है हर छोटी बडी खबर के लिए ये अपने टीआरपी वाले प्रोग्राम तोडने में भी कोई गुरेज नहीं करता.. प्राइम टाइम में तो स्टार ने अब पैकेज दिखाना ही छोड दिया है ज्यादातर खबरें शॉर्टकर्ट अंदाज में (एंकर शॉट या एसटीडी वीओ सॉट) फार्म में चल रही है.. अगर कोई खबर बडे अंदाज में चलती है तो उस पर पूरा आधे घंटे का शो होता है.. स्टार को हम इसलिए प्रयोगधर्मी चैनल कहते है लेकिन उसके प्रयोग दर्शको के ज्यादा गले नहीं उतरते .. आप इसी से अंदाजा लगा सकते है सुबह आठ बजे उसने स्टार खबर को सुपरफास्ट बनाने की कोशिश की लेकिन पिट गया और आखिर उसे बंद करना पडा इसी तरह से सत्यमेव जयते भी रात नौ बजे के बैंड में नहीं चल पाया .. शाम सात बजे उसने न्यूज रुम में खबरें पढाने का नया अंदाज दिया लेकिन अब तक ये एक बार भी नंबर वन पर नहीं पहुंचा है..

Share on Google Plus

0 comments:

Post a Comment