ये अंदाज़-ए-गुफ़्तगू क्या है?

मोदी सरकार को अभी कुल जमा ढाई साल ही हुए हैं, मगर उसका अहंकार काँग्रेस के सत्तर सालों में बने अहंकार के पहाड़ को चुनौती देने लगा है। संस...
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किसकी लाठी, किसके लठैत?

मीडिया अब पेशेवर लठैत बन गया है। वह सूचना देने, शिक्षित करने या मनोरंजन प्रदान करने के बजाय लट्ठ चलाता है। बल्कि ये कहना चाहिए कि सूचनाए...
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काला धन, काला मीडिया

मीडिया की आँखों पर काला परदा पड़ा हुआ है। वह ठीक से नहीं देख पा रहा-न खुद को न किसी और को। इसीलिए उसे दिखलाई नहीं दे रहा कि सरकार द्वारा...
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