बहस भी दिखती और बिकती है मगर बार बार नहीं


टीवी के न्यूज चैनलों में अब नए नए ट्रेंड देखने को मिल रहे है.. सूर्यग्रहण के दिन ज्योतिष और तर्कशास्त्रियो की बहस से शुरु हुआ बहस का दौर एक हफ्ते में ही टाय टाय फिस्स हो गया.. स्टार की भांति इंडिया टीवी ने भी बहस कराई मजे की बात ये रही कि स्टार जब जब प्रोमों करता है

हम इस विषय पर विद्धानो के साथ बहस करेंगे उसी दिन उसी समय इंडिया टीवी भी उसी मुद्दे पर बहस करता नजर आता है खासकर ज्योतिष और तर्क के मुद्दे पर..जाहिर है दो की लडाई में फायदा तीसरे को होता है यानि बहस के इस बैंड में कई बार आजतक अन्य खबरें दिखाकर बाजी मार लेता है..हांलाकि ज्योतिष और तर्क की बहस में स्टार को जबरदस्त फायदा हुआ ..इस बहस का असर ये हुआ कि ये चैनल बहसिया चैनल हो गया रोजाना शाम पांच बजे से बहस शुरु हो जाती है कभी कभी तो विषय ऐसे होते है कि उसमें ज्यादा दर्शकों की रुचि जगना मुश्किल है मसलन एक बार बहस की गई की एक स्कूल में छात्रों से एसी रुम में बैठने के लिए ज्यादा फीस ली जा रही है .. अब इस विषय पर हुई बहस को टीआरपी में पिटना ही था.. साफ है बहस इतनी ज्यादा करा दी गई है और बिना विषय को ज्यादा विचारें सिर्फ बहस के लिए बहस की गई नतीजा ये हुआ कि रेंटिग में अब स्टार की बहस कहीं टिकती ही नहीं कुछ बैंड तो ऐसे है जब स्टार बहस से ज्यादा टीआरपी का आंकडा जी न्यूज और आईबीएन7 ने जाते है..

अब दर्शकों की रुचि कैसे बदलती है इसका एक उदाहरण इस हफ्ते टीआरपी आंकडो में देखने को मिला..क्रिकेटडर हरभजन सिंह की बहन की शादी की खबर पर सूरमा चैनल ने खूब कवरेज किया और जहां जहां ये खबर चली वहां वहां वो नंबर वन पर है यानि बाकी सभी चैनलों को उसने धूल चटा दी.. भज्जी की बहन की शादी मानो ऐसा उत्सव हो गया जो टीआरपी की गांरटी बन गया..बहन की शादी के नाम पर एक भज्जी के डांस वाले विजुवल खूब दिखाए गए और लोगों ने शायद इन्हीं तस्वीरों की वजह से इन सभी प्रोग्रामों को खूब देखा इंडिया टीवी पर भी जब जब ये खबर चली उसका टीवीआर आंकडा बमबम रहा ..इसी बीच एक खबर और आजतक पर दिखी.. भज्जी की बहन की शादी जिस होटल में हो रही थी उसी होटल में एक गरीब लडकी खाना खाने के लिए घुस गई. वहां के गार्ड ने उस लडकी को एक कमरे में बंद कर दिया और इस तस्वीर को यहां मौजूत सबसे तेज चैनल के संवाददाता ने उठा लिया..बस फिर क्या था मुहिम चल पडी इस लडकी को क्यों कैद किया खाना मांगने की सजा कैद मिली वगैरह वगैरह.. ये खबर करीब एक घंटा तक चली इसी बीच लडकी को रिहा कर दिया गया और वो चली गई ..खबर इमोशनल थी लग रहा था दर्शकों को खींचेगी लेकिन टीआरपी आंकडो को देखे तो सिर्फ इसी बैंड में आजतक पीछे हो गया.. यानि लोगों ने इस खबर को पंसद नहीं किया..तो क्या इसका मतलब निकाा जाए कि अब दर्शक इस तरह की इमोशनल खबरें देखना नहीं चाहते.. क्योंकि पिछले हफ्ते में एक दो खबरों के वक्त इसी तरह का ट्रेंड देखने को मिला.. जैसे एक महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तमंचा लहराया तो उस पर जब इंडिया टीवी स्टार न्यूज और आजतक ने बुलेटिन ताना तो सभी को नुकसान हुआ..इंडिया टीवी ने तो माई नेम इज शंकुतला के नाम से प्राइम टाइम में शो किया लेकिन वो शो पूरी तरह से धराशायी हो गया..

शनिवार को पुणे में ब्लास्ट हुआ.. और हमेशा कि तरह जब भी बडी खबर आती है दर्शक भागा कर सबसे सूरमा चैनल पर टिक जाता है और इस बार भी ये ही हुआ पुणे ब्लास्ट से जुडी खबरों में आजतक को जबरदस्त रेंटिग दी है..कहा जा रहा था कि आय बाय सांय खबरें दिखाकर आजतक ने अपनी इमेज कचरा कर ली है लेकिन अगर आप गौर करें तो दस साल पुराने इस चैनल पर लोगों को आज भी खूब भरोसा है..ये भरोसा इतने सारे चैनल अबतक क्यों नहीं बना पाएं आश्चर्य होता है.. बडी खबरों को वक्त लोग बाकी चैनलों पर नहीं जाते..उस समय़ आजतक भले ही दूसरों के मुकाबले कमजोर ढंग से खबर को दिखा रहा हो लेकिन दर्शन उसपर टिका रहता है..अन्य न्यूज चैनलों को सोचना चाहिए कि कैसे वो ये भरोसा बना सकते है..

और अब बात क्रिकेट की .. तो हमेशा की तरह क्रिकेट ने भी चैनलों को खूब टीआरपी दी है मैच वाले दिन न्यूज चैनल पर लोग क्रिकेट की समीक्षाएं सुनने जरुर आते है और इससे चैनलों को फायदा पहुंचता है..

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